पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/२३८

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
( २२६ )

________________

१ २२६ ) *विरोध, कार्य का परिणाम का अर्थ पाया जाता है; जैसे, हम उन्हें सुख देंगे क्योंकि उन्होंने हमारे लिए बड़ा दुख सहा है ।” जो वह प्रसंग चलता, तो मैं भी सुनता। इस बात की चर्चा हमने इसलिये की है। ३६कि उनकी शंका दूर हो जाय ।" कार्यकारण-वाचक क्रियाविशेषण-उपवाक्य व्यधिकरण समुच्चय-बोधकों से आरंभ होते हैं, जो बहुधा जोड़े से आते हैं; उसे--- आश्रित उपवाक्य में मुख्य उपवाक्य में इसलिये। इतना क्योकि ऐसा, यहाँ तक तो, तथापि, तो भी किंतु चाहे--केसा, कितना किंतला-क्य तो भी, पर जो, जिससे, ताकि दिश्च वाक्य के उपवाक्य-पृथक्करण का उदाहरण जो मनुष्य दीधजीवी हुए हैं उनके जीवन की रहन-सहन से पता लगता है कि उनका जीवन सरल रूप से व्यतीत होता था । । प्रकार । संयोजक संबंध जो, यदि, अगर {। । यद्यपि - - - - उपाय द भम मम्मान । (क} जो मनुष्य दीर्छ । विशेषण ख’ उपवाक्य में कीवी हुए हैं। । उपवाक्य | उनके सर्वनामकी । विशेषता बताता है। (ख) उनके जीवन की रहन- मुख्यउपवाक्य सहन से पता लगाता है। (ग) कि उनका जीवन सरल संज्ञा उपवाक्य ‘ख’ उपवाक्य की । रूप से व्यतीत होता था

  • पता संज्ञा का समानाधिकरण