पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/२२

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( १२ ) पाँचवा पाठ अरक्षों का उच्चारण = = =

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= - - मूद्ध मद्धन्य अक्षर उच्चारण स्थान नाम अ, आ, कवर्ग, है, औरः कंठ कंट्य इ, ई, जवर्ग, चे और श तालु तालव्य, ऋ, ऋ टवर्ग, र और प (तालुका ऊपरी भाग ) तर्ग, ल और स दंत दंत्य उ, ऊ और पवर्ग ओछ, ओछय छ, अ, ण, न और म । नासिका अनुनासिक कंठ+तालु कंठ-तालव्य ओ, औ कंठ + ओष्ठ कंठोठ्य | दंत छ। दंतोट्य ३६-हिंदी में अंत्य ‘अ’ का उच्चारण बहुधा हलंत व्यंजन के- समान होता है; जैसे, “ण, “धन', 'कमल' में । नीचे लिखी अवस्थाओं में अंत्य अ का उच्चारण पूरा होता है- ( १ ) यदि अकारांत शब्द का अंत्याक्षर संयुक्त हो जैसे, सत्य, इंद्र, गुरुत्व में । ( २ ) यदि इ, ई, वा ऊ के आगे ये हों, जैसे, प्रिय, सीय, राजपूत में । | ( ३ ) पद्य में जिस अकारात शव्द पर विश्राम नही होता, जैसे, राम चले वन प्राण न जाहीं । केहि सुख लागि रहत मन माहीं ।” ३७----हिन्दी में ‘ए’ और ‘औं' का उच्चारण संस्कृत की अपेक्षा कुछ ह्रस्व होता है; जैसे,