पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/२१८

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( २०६ ।। ३४८-यदि एक विशेष्य के पूर्व अनेक विकारी विशेषण हों तो सभी विशेषणों में विशेष्य के अनुसार विकार होगा । राजा के भइछ में बहुत से कमरे हैं। सिपाहियों के कपड़े एक विशेष प्रकार के होते हैं । लड़के की छड़ी छोटी है । ३४९ संबंध-कारक में आकारांत विशेषण के समान विकार होता है। यदि संबंधी शव्द र भेद्य } विकृत रूप में आवे तो संबंध-कारक { भेदक ) में वैसा विकार होता है। जाति के सर्वगुण-संपन्न बालक और बालिकाओं ही का विवाह होना चाहिए। उसमें शब्दो के भेद, अवस्था और व्युत्पत्ति का वर्णन है। भेरी पुस्तकें और कागज पत्र कहाँ हैं ? ३५०-यदि अनेक भेद्यों का एक ही भेदक हो तो यह प्रथम भेद से अन्वित होता है। सोना पीला होता है। घास हरी होती है। मेरी बात पूरी होना कठिन है। ३५१-यदि विधेय विशेषण आकारात हो तो विभक्ति रहित फत्त के साथ उसमें उद्देश्य-विशेषण के समान विकार होता है। गाडी खड़ी करो । दरजी ने कपड़े ढीले बनाये । मै तुम्हारी बात पक्की समझता हूँ । ३५२-विभक्ति-रहित कर्म के पश्चात् आनेवाला आकारांत विधेय- विशेषण उस कर्म के साथ लिंरा-वचन में अन्वित होता है । | अभ्यास १-नीचे लिखे वाक्यो में शब्दो का एक दूसरे के साथ संबंध बताओ- अकबर विद्वानों का और पंडितों का आदर करता था । अकबर की रहन-लहन-सीधी-सादी थी । हुमायूं और उसके भाई वर्षों लड़ते रहे। रामको पारितोषिक और उपाधि मिली । अबुलफजल की मृत्युका समाचार