पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/२०७

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।
( १९५ )

________________

उन्होंने उसके भाई को गद्दी पर बैठाया। अंत में उनको गद्दी से उतारना पड़ा। रजिया ने बड़ी चतुरता से विरोधियों को हराया। इसकी सेना शत्रुओं से मिल गयी । उसने तलवार से अनेकों योद्धा मार गिराए । दोनो को हिंदुओं ने बंदी करके मार डाला । हे प्रभु, तेरी लीला विचित्र है। दूसरी पाठ काल के अर्थ ( १ ) संभाव्य भविष्यत्-काल । ३९०---संभाव्य भविष्यत् काल नीचे लिखे अर्थों में आता है ( अ ) संभावना-आज ( शायद ) पानी बरसे । ( कहीं ) वह लौट न आवे । हो न हो । राम जाने । | ( अ ) इच्छा आशीर्वाद, शाप आदि-मैं यह बात राजा को सुनाऊँ । आप का भला हो । गाज परे उन लोगन पै ।' ( ३ ) कर्तव्य, आवश्यकता-तुको कत्र योग्य है कि बन में बसो । . इस काम के लिये उपाय अवश्य किया जावे ।। ( ई ) उद्देश्य, हेतु-ऐसा करो जिससे बात बन जाय । इस बात की चर्चा हमने इसलिये की है कि शंका दूर हो जाये ।। | ( 3 ) उत्प्रेक्षा ( तुलना )---तुम ऐसी बातें करते हो मानों कहीं के राजा होओ । ऋषि ने तुम्हारे अपराध को भूल अपनी कन्या ऐसे भेज दी है जैसे कोई चोर के पास अपना धन भेज दे। (२) सामान्य भविष्यत्-काल ३२१---इस काल के अनारंभ कार्य अथवा दशा के अतिरिक्त नीचे लिखे अर्थ सूचित होते हैं-- ( अ ) निश्चय की कल्पना-ऐसा बर और कहीं न मिलेगा । जहाँ तुम जाओगे वहाँ मैं भी जाऊँगा। उस ऋषि का हृदय बड़ा कठोर होगा । ३।