पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१८३

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| ( १७१ ) | सर = मुख्य; उदा०-सरकार, सरहद, सरदार, सुरताल ।। हर = प्रत्येक; उदा०---हररोज, हरमाह, हर चीज, हरसाल । (इस उपसर्ग का उपयोग हिंदी शब्दो के साथ अधिकता से होता है; जैसे, हरकाम, हरघड़ी, हरदिन, हरएक, हर कोई । । १-नीचे लिखे शब्दो में उपसर्गों के भेद और उनके अर्थ बताओ। ।' प्रयोग, वियोग, उपयोग, सुयोग, अभियोग, उद्योग, संयोग, विचार ' प्रचार, समाचार, अत्याचार, अनाचार, उपचार, अकाम, निझाम, । सुकाम, बेकाम, औगुन, नापसंद; निधड़क । २–नीचे लिखे उपसर्गों के दो-दो उदाहरण दो--- आ, उप, अनु, उत्, प्रति, वद, नि, सु, कु, से, । ५] - -- दूसरा पाठ कृदंत ( अन्य शब्द ) | ( क ) कतृवाचक संज्ञा अक्कड़-जैसे, बूझना-बुझक्कड़, कूदना-कुदक्कड़, भूलना--- भुलक्कड़; पीना--पियक्कड़ ।। "अंकू, आक, आकू-जैसे, उड़ना-उड्कू, उड़ाकू, तैरना-तैराक, | लड़ना-लड़ाक ( लड़का-लड़ाकू ) । इयल--जैसे, अड़ना-अड़ियल, सड़ना--सड़ियल ।

  • इया---जैसे, जड़ना-जड़िया, लखना---लखिया, धुनना-धुनिया,

नियारना--नियारिया । ---जैसे, खाना-खाऊ, रटना-रटू, उड़ना-उड़ाऊ, बिगाड़ना-बिगाड़, काटना--काटू। . एरा-जैसे, कमाना—कमेरा, लूटना-लुटेरा ।