पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१७

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अ + अ = आ इ + इ =ई 3 + उ = ऊ ।। १३--ए, ऐ, ओ और औ संयुक्त स्वर कहलाते हैं, क्योकि ये दो भिन्न-भिन्न स्वरों के मेल से बनते हैं; जैसे, ‘ए = अ +इ, ई ऐ = अ + ए ॐ = अ +उ, ऊ औ = अ +ओ संयुक्त स्वरो का उच्चारण भी दीर्घ स्वरों के समान दूने समय में होता है ।। | अ और आ सवर्ण स्वर कहलाते हैं, क्योकि इन दोनों का उच्चारण एक ही प्रकार से होता है। इसी प्रकार इ और ई, उ और ऊ, तथा । ऋ और ऋ में प्रत्येक जोड़ा सवर्ण है। ए और ऐ तथा ओ और मैं सवर्ण स्वर नहीं हैं, क्योंकि ये भिन्न-भिन्न स्वरों के मेल से बने हैं । इसी प्रकार अ आ और ई; और ऊ; अथवा इ और उ असवर्ण हैं। १४---जिन स्वरो का उच्चारण नासिका से होता है, उन्हे सानु- 'नासिक और जिन स्वरों का उच्चारण सॉस के द्वारा स्वतंत्रता से होता है, उन्हे अनुनासिक कहते हैं; जैसे, ‘ऑख' और ऊँट' तथा 'आग' और ऊख' में । अभ्यास | नीचे लिखे शब्दो में स्वरों के भेद बताओ--- अलग, अँधेरा, ऐसा, आम, ऊँट, आधा, ईश, ऋण, ईट, इतन, उतना, ओला ।। | २-नीचे लिखे स्वरों के जोडे सवर्ण हैं या असवर्ण १ | भ और आ; इ और ई. अ, और ऊ; अ और ए; ए और ऐ; ओ । | ओर औ; अ और ओ; इ और अ ।