पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१६९

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( १५६ } अभ्यास १-नीचे लिखी अकर्मक क्रियाओं से सकर्मक क्रियाएँ बना--- पकना, बढना, टूटना, रहना, खेलना, कूदना ।। २-नीचे लिख सकर्मक क्रियाओं से प्रेरणार्थक बनाओ और एक- एक वाक्य में उनका उपयोग करो पढ़ना, सीना, बोलना, खींचना, काटना ।। ३---नीचे लिखे शब्दों से क्रियाएँ बनाओ । फल, बात, हाथ, दुख, चिकना ।। ४---नीचे लिखे वाक्यों में प्रेरणार्थक क्रियाओं का अर्थ समझाओ-~ ऐसा कौन है, जो अपना शरीर कटवाएगा । वह अपने पैर का जूता पेड़ से छुलाने लगा । राजा ने मंत्री को बुलवाया। उसने मेरा उपदेश नहीं भुलाया । माता ने अपने पुत्र से पत्र लिखवाया | बगीचे में कई पेड़ लगवाए गए हैं । इस पुस्तक को संदूक में रखवाओ । अहल्या- बाई ने अपने राज्य भर में कुएँ खुदवाए थे। व्यापारी ने कई प्रकार के कपड़े दिखाए । हिंदू लोग उत्सव में बाजे बजवाते हैं। =

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= पंद्रहवाँ पाठ संयुक्त क्रियाएँ लड़का मन में कुछ सोचने लगा। नौकर सवेरे आया करता है। आकाश के तारे कौन गिन सकता है। हम अपना काम कर चुके हैं। २५६-ऊपर लिखे वाक्यों में दो-दो शब्दो से बनी हुई क्रियाएँ आई हैं, जिनमें एक मुख्य और दूसरी सहायक क्रिया हैं । मुख्य क्रिया कृदंत के रूप में और सहायक क्रिया काल के रूप में हैं। कुछ विशेष