पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१६२

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( १५२ ) २४७.यहाँ भाववाच्य के केवल उन्ही कालों के रूप लिखे जाते हैं। जिसमें उसका प्रयोग होता है---- { अकर्मक चला जाना’’ क्रिया { भाववाच्य ) धातु............चला जा } | ( सूचना---इस क्रिया से और कृदंत नहीं बनते । ) ( १ ) धातु से बने हुए काल ( भावेप्रयोग )। (१) संभाव्य अविध्यत्काल भुझे० ० ०उनसे चला जावेगा, जायगा (२) सामान्य भविष्यत्काल मुझसे••••••उनसे चला जावेगा, जायगा ( ख ) वर्तमानकालिक कृदंत से बने हुए काल { भावेप्रयोग ) {१} सामान्य संकेतार्थं झालं मुझसे......उनसे चला जाता (३) स्वरमा बत्तमान काल मुझसे••••••उनसे चला जाता | ( ३ ) अपूर्ण सत्काल मुझसेः••••उनसे चला जाता था (४) संभाव्य वर्तमानकाल मुझसे......उनसे चला जाता हो (५) संदिग्ध वर्तमानकाल मुझसे••••••उनसे चला जाता होगा