पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१६१

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भूतकालादिक कृदंत से बने हुए काल ( कर्मणि-प्रयोग ) ( १ ) सामान्य भूतकाल १-३ देखा गया १.-३ देखे गए (२) आसन्न भूतकाल । १ देखा गया हूँ १, ३ देखे गए हैं। २, ३ देखा गया है। २ देखे गए हो (३) पूर्ण भूतकाल १-देखा गया था। | १---देखे गए थे (४) संभाव्य अतकाल १-देखा गया होऊ १, ३ देखे गए हो २, ३ देखा गया होगा । २ देखे गए हो (५) पूर्ण संकेतार्थ काल १ देखा गया होऊगा १, ३ देखे गए होगे, २, ३ देखा गया होगा। २ देखे गए होगे (६) अपूर्ण संकेतार्थ काल १-३ देखा गया होता १-देखे गए होते । । । ३----भाववाच्या २४६----भाववाच्य अकर्मक क्रिया का वह रूप है जो कर्मवाच्य के समान होता है । भाववाच्य क्रिया में कर्म नहीं होता और उसका कच करण कारक में आता है । यह क्रिया सदैव अन्य पुरुष, पुल्लिग एक- वचन मे अर्थात् भावे प्रयोग में रहती है; जैसे, हमसे देखा न गया । • रात भर किसी से जागा नहीं जाता है। | भाववाच्य क्रिया का उपयोग शक्तता वा अशक्तता के अर्थ में होता है । यह क्रिया सब कालो और कृदंतो में नहीं आती ।