पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/१३

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- किसी भी भाषा का अध्ययन करने के लिए हमें उसके शब्दों और वाक्यों के रूपों तथा अर्थों का ज्ञान प्राप्त करना चाहिए। अभ्यास १-नीचे लिखे वाक्य के शब्दों को अलग लिखो पानी बरसता है । गाय घास नहीं खाती थी । क्या उसका भाई कल आयेगा ? प्रेमलता कैसी अच्छी लड़की है ! ईश्वर ने मनुष्य को बुद्धिः दी है। आत्मा अमर है। सच बोलना धर्म का कार्य है। राजा ने ' अकाल में प्रजा का पालन किया होगा | हिंदुस्तान बहुत बड़ा देश है। हमें अपने देश की उन्नति करना चाहिए। | २-नीचे लिखे शब्दों का उपयोग करके एक-एक प्रकार का वाक्य | वना--- दूध, इवा, गाना, ईश्वर, प्रेम, साहस, बड़ा, गया, भोजन, विद्या, कैसे, हाय ! , ३--नीचे लिखे शब्दों के अक्षर को अलग-अलग लिखा--- पानी, हवा, भोजन, साहस, दूध, गाना । ४-नीचे लिखे अक्षरों से अलग-अलग शब्द बनाओ और उसका उपयोग एक-एक वाक्यो में करोन, म, आ, ई, के, ल, म, ऊ, ए, ५, ६ । दूसरा पाठ व्याकरण और उसके विभाग ५---किसी भाषा के अक्षरो, शब्दो और वाक्यो के रूपों और अर्थों का ज्ञान प्राप्त करने के लिए हमें उस भाषा का व्याकरण पढ़ना चाहिए। व्याकरण वह विद्या है जिससे हम भाषा----अर्थात् अक्षर, शब्द और वाक्य--की शुद्धता के नियम सीखते हैं। प्रत्येक भाषा का ब्याकरण होता है और उसमें उस भाषा की शुद्धता के नियम दिए