पृष्ठ:संक्षिप्त हिंदी व्याकरण.pdf/११५

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( १०५ ) पुल्लिग संज्ञाएँ ( १ ) अकारांत, कारक एकवचन बहुवचन कत्त बालक, बालक ने बालक, बालकों ने कर्म-संप्रदान बालक को । बालको को करण-अपादान बालक से बालको से संबध बालक का-के-की। बालको क-के की। अधिकरण । बालक में, बालक पर बालकों में,बालकों पर संबोधन ,..। । हे बालक | हे बालको (२) आकारांत ( बिकारी ) कच लड़का, लड़के ने लड़के लड़को ने कम-संप्रदान लड़के को लड़कों को करण-अपादान लड़के से लड़को से संबध, लड़के फा-के-की ' लड़को का-के की. 'अधकरण लड़के में, लड़के पर लड़ में, लड़को पर

संबोधन । । हे लड़के ।

हे लड़को . (३) आकारांत ( अविकारी ) कत्त राजा, राजा ने राजा, राजाओं ने कर्म-संप्रदान "राज को राजाओं को ' संबोधन हे राजा हे राजाओं (४) आकारांत ( वैकल्पित ) कर्चा बाप-दादा बाप दादा बाप-दादो ने .. बाप-दादा ने, बाप-दादे ने, बाप-दादाओं ने, बाप-दादो ने कर्म-संप्रदान बाप-दादा की, बाप-दादे को; बाप-दादा को,बाप-दादों को .' संबोधन हे बाप-दादा, हे बाप-दादे, हे बाप-दादाओ, हे बाप-दादा ।