कवियों के जीवनचरित्र
५. खूबचन्द कवि माझ्वारदेशवासी ।
इन्होंने राजा गंभीरसादि ईडर के रईस के भड़ौवा में एक कवित बनाया है। उसके सिवा और कविता इनकी हमने नहीं देखी ॥ ५३ सफा ।।
६ खान कवि ।
इनके कवित्त दिग्विजय भूषण में हैं ॥ ५३ सफा ॥
७ खानसुलतान कवि ।
इनका एक ही कवित्त मिला है। परन्तु उसमें भी भ्रम है ।
८ खंडन कवि बुंदेलखंडी सं० १८८४ में उ० ।
इन्होंने भूपणदाम नाम का एक ग्रन्थ नायिकाभेद संबंधी महा विचित्र रचा है । यह ग्रंथ झाँसी में रामदयाल कवि के वीजापुर में ठाकुरदास कवि और कुंजविहारी कायस्थ के और दिलीपसिंह चंद के पास है || ५२ साफ ॥
६ स्नेतलकवि ।
ऐजन ॥
१० खुसाल पाठक रायबरेली घाले ।
ऐजन ।।
११ खेम कवि ( १ ) बुंदेलखंडी ।
ऐजन ॥ ५३ सफा ।।
१२ खेम कवि ( २ ) व्रजवासी सं० १६३० में उ० ।
रागसागरोद्भव-रागकल्पद्रुम में इनके पद हैं || ५४ सफा ।। १३
स्रङ्गसेन कायस्थ ग्वालियर निवासी सं० १६६० में उ०।
इन्होंने दानलीला, दीपमालिका चरित्र इत्यादि ग्रंथ बड़े परिश्रम से उत्तम बनाये हैं ।