पृष्ठ:शिवसिंह सरोज.djvu/३९८

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कवि के जीवनचरित्र

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ग्रंथ इनका नहीं देखा । इनके फुटकर कवित्त प्रायः पाँच सौ तक मेरे पुस्तकालय में होंगे ॥ ११ सफ़ा ॥

२३ अभिमन्यु कवि, सं० १६८० में ड० ।

इनकी कविता श्रृंगार रस में चोखी है ॥ १२ सफ़ा ॥

२८ अनन्त क वि, ० १६६२ में उ० ।

नायिकाभेद का इनका एक ग्रन्थ अनन्तानन्द है ॥ १२ सफ़ा ॥

२५ आदिल दवि, सै० १७६२ में उ०।

फुटकर काव्य है । कोई ग्रन्थ देखा सुना नहीं ॥ १२ सफ़ा ॥

२६ लीमन कवि, सं० १९३३ में उ० ।

गुन्दरीतिलक में इनके कवित्त हैं ॥ १३ सफ़ा ॥

२७ अनीश कवि, सं० १६११ में उ०।

दिग्विजयभूषण में इनके कवित्त हैं ॥ १३ सफ़ा ॥

२८ अनुनैन कवि, सं० १८६६ में उ०। इनका नखशिख अच्छा है ॥ १३ सफ़ा

२६ अनाथदास कवि, सं० १७१६ में उ० ।

शतरससम्बन्धी काव्य किया है , और विचारमाला नाम ग्रन्थ बनाया है ॥ १४ सफ़ा ॥

३० अक्षरअनन्य कवि, सै० १७१० में उ०।

शांत-रस का काव्य किया है ॥ १४ सफ़ा ॥ .

३१ अनन्य कवि (२)

दुजी का भाषा-आनुवाद किया है ॥ १० सफ़ा ॥

३२ अब्दुलरहिनमान दिल्लीवाले, सं० १७३८ में उ० ।

यह कवि मोअज्जमंशाह के यहाँ थे, और यमकशतक नाम ग्रन्थ अति विचित्र बनाया है ॥ ५. सफ़ां t . .. ?

३३ असरदास कवि, १७१२ में उ०.

सामान्य कांव्य है । कोई ग्रंथ इनका देखासुन नहीं-: २ सफ़ा