कवियों के जीवनचरित्र
६ अवधेश ब्राह्मण सूपा के (२ ), बुंदेलखण्डी, सं० १८६५ में उ०। यह कवि बहुत सुन्दर कविता करने में चतुर थे । परन्तु कोई ’ ग्रंथ मैंने इनका नहीं पाया ॥ ४ सफ़ा ॥
७ अवधवकस, संवत् १६०४ में उ० ।
- कविता सरस है । गाँव-ठांव मालूम नहीं ॥ ४ सफ़ा ॥
८ औध कवि, संवत् १८४६ में उ०।
इनके हालात से हम नावाकिफ़ हैं, और भ्रम होता है कि - शायद जो कवित्त हमने इनके नाम से लिखा है, वह वाजपेयी
- अयोध्याप्रसाद का न हो ॥ ७ सफ़ा ॥
है अयोध्याप्रसाद शुक्ल, गोला गोकरननाथज़िला खीरी०१०२में उ०। यह कुछ विशेष उत्तम कवि तो नहीं थे, हाँ कविता करते थे,
- और वहुतेरे ग्रन्थ इन वनाये मैंने देखे हैं । राजा भूड़ के यहाँ
इनका बड़ा मान था ॥ ७ सफ़ा ॥
१० आनंदसिंह दुर्गासिंह, अहवन दिकोलिया,
जिले सीतापुर । विद्यमान हैं।
सामान्य कवि हैं । अभी कोई ग्रन्थ नहीं बनाया ॥ ह सफ़ा।
११ अमरेश कवि, सं० १६३५ में उ० ।
इनकी कविता बड़ी उत्तम है । कालिदासजू ने अपने हज़ारे में इनकी कविता बहुत सी लिखी है ॥ ह सफ़ा ॥ . . .
१२ अंबुज कवि, सं॰ १८७५ में उंगें ।
इनके नीति-संबंधी कवित्त और नखशिख बहुत सरस हैं । ५ सफ़ा ॥
१३ आजम कवि, सं० १८६६ में उ०।
यह मुसलमान कवि कविता के चाहक थे , और कवियों के सत्संग में सुंदर काव्य करते थे । इनका बनाया हुआ नखशिख और पट्ऋतु अच्छा है ॥ ५ सफ़ा ॥