पृष्ठ:वोल्गा से गंगा.pdf/३१७

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चौमासै गंगा गाँवोंकी जमींदारी मिली है, किन्तु, मुझे फल मिल चुका बीदी बच्चे सब ईबेमें मर गये । उस जमींदारीके नामसे दिल काँपता है। मैं भी आपकी रायसे सहमत हूँ, समानता-स्वतंत्रता-मातृभावझे राज्यसे ही पृथिवी स्वर्ग हो सकती है, मनुष्य अपमानसे बच सकता है ।" लेकिन यह सहमत होने या चाहनेले नहीं होगा दे। इसके लिये फ्रासकी भाँति हजारौंको वलिदान होना होगा, और चुपचाप बलिदान होनेसे भी काम नहीं चलेगा ! बलिदान तो हिन्दुस्तानी सिपाही लाखों की संख्यामें अंग्रेजोंके लिये भी होते रहे हैं; अब बलिदान अपने लिये होना होगा, और जानते सुनते ।।

  • जानते सुनते !

जानते सुनतेका मतलब है, हिन्दुस्तानियोंको दुनियाको शान होना चाहिये ! साइंस मनुष्य के हाथ में भारी शक्ति दे रहा है। इसी साईसके ज्ञानसे अदमीनै बारूद और वन्दुक बना, अपनेको सवल क्रिया । यही साईंस तुम्हारे नगरौंको बर्बाद कर इग्लैंडमें नये कल-कारखानों और नये शहरोको आबाद कर रहा है। उसी साईसकी शरणमैं तुम्हें भी. जाना होगा ।” और हिन्दुस्तानकी छूआछूत, जात-पात, हिन्दू-मुस्लिमका अन्तरे मिटाना होगा। देखते हो, हम किसीके हथिका खानेम छूतछातकी ख्याल रखते हैं ? नहीं । "अंग्रेजके भीतर धनी गरीवके सिवा और छोटी वड़ी जात-पातका कुछ ख्याल है ? 'नहीं, और। सती बन्द करना होगा, लाखों औरतोंको हर साल आगमें जलाना, इसे क्या तुम समझते हो भगवान् क्षमा कर देंगे ११ । कोलमैन और तिनकौड़ी दे जब कलकत्तामें अलग होने लगे, तो