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दशम परिच्छेद
 

सामना कर सकता है और जिससे मैं भीत रहता हूँ और वह कौन है कि अंड्रियास!"

अंड्रियास―"मुझे ऐसा अनुमान होता है, कि जब वह मेरा उत्तर-जो मैंने उसके पत्रका दिया है, जिसमें उन्होंने फ्रांस के भूपति को कारागारबद्ध करने का सम्बाद लिखा था,― सुनेंगे तो अत्यन्त असन्तुष्ट और अप्रसन्न होगे।"

लोमलाइनो―"निस्सन्देह वे रुष्ट होंगे, परन्तु इससे क्या? जब तक अंड्रिआस जीवित है वेनिस को उनकी अप्रसन्नता से क्या भय हो सकता है, परन्तु जब आपके जगद्विजयी वीर निज निज समाधियों में पदप्रसारण पूर्वक शयन करेंगे तो फिर बेचारे वेनिसकी न जाने क्या दशा होगी, मैं सम- झता हूँ कि उस दिन इसके उत्कर्ष का समय समाप्त हो जायगा।"

अण्ड्रियास―"ऐं? क्या हमारे यहाँ बहुत से होनहार नवयुवक सैनिकाधिकारी नहीं हैं?"

लोमेलाइनो―"हन्त! उन लोगों की अवस्था आप क्या पूछते हैं, बहुतेरे उनमें से नायिकाओं के प्रेमकी मादकता में चूर हैं, कितनोंने मदिरा की भट्टियाँ लुढ़काने में योग्यता लाभ की है, और प्रायः निरे सुकुमार और कोमल हैं, परन्तु मैं क्या कहने आया था और भूल कर क्या कह रहा हूँ। सच है यदि वृद्ध मनुष्य हो और अंड्रियास से बातें करता हो तो उसके लिये मतलब का बात का भूल जाना सुगम है। सुनिये महराज! मैं आप के निकट कुछ निवेदन करने आया हूँ और एक अत्यन्त आवश्यक बात के विषय में।"

अंड्रियास―"तुम्हारे इस प्रकार कहने से तो मेरी उत्सु- कता बढ़ गई।"

लोमेलाइनो―"लगभग एक सप्ताह होता है कि यहाँ