[ वेद और उनका साहित्य a. Do by 9241fa ali i Bıb, Indica 1910 ग गोभिलीय परिशिष्ट (सन्याध्याय स्नान सूत्र, श्राद्धकल्प मादि) Bib India 1909. (२)क कर्मप्रदीप प्रथम भाग जर्मन अनुवाद सहित A. S. 1886 ख कर्मप्रदीय द्वितीय भाग A.S. 1900 (३) अथर्ववेद परिशिष्ट, सम्पादक G M. Bolling £ J. tion Negelain Leipzig 1909-10 () अथर्ववेद शान्तिकल्प Transactiony of the American Philological Association VO), 35, 1904, 77 ff ख. अथर्ववेद शान्ति कल्प Journal of the Ameri- can Oriental Society 33, 1913, 265 ff. (५) थथर्व प्रायश्चित्तानि, सम्पादक J. V. Negebin, New Harsen 1915. प्रयोग आदि इस विषय पर सबसे चाद के ग्रन्थ प्रयोग, पद्धति और कारिकार है, यह सभी ग्रन्थ या तो किसी विशेष वैदिक यज्ञ या संस्कार को बतलाते हैं या किसी विशेष रीति या पद्धति को बतलाते हैं। विवाह पद्धति, स्पेष्टि कल्प, श्राद्ध कल्प श्रादि ग्रन्थों का नाम इस विषय में लिया जा सकता है यद्यपि इस विषय के अधिकांश अन्ध अभी तक लिखित रूप में पड़े हैं इनमें से कुछ के भारतीय संस्करण भी निकल गये हैं। वैदिक-यज्ञ मेरी धारणा है कि राजनैतिक उद्देश्य से बैदिक यज्ञों का
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