अपने अपने गणित
परीक्षाएं देनी ही होंगी हमे
जन्म से मृत्यु के बीच
अलग अलग समयों में
अलग अलग विषयों की
उन विषयों की भी
जिनका ककहरा भी ज्ञात नहीं
उन विषयों की भी
जिनके ज्ञान के दावे हैं हमारे,
परीक्षा बतायेगी दावों की सच्चाई
गणित को अगणित होते देखते रहना होगा
और अगणित में से तलाशना होगा फलित
जैसे ज्योतिष का गणित से अगणित होना
और उस अगणित से फलित बांच डालना
दर्शन ये भी
कि फल की चिंता नहीं करनी
बेशक पढ़ा हो
कि H²O का फलित पानी होता है।
प्रक्षेपणों से पहले नारियल फूटते देखना ही होगा
देखना होगा सपरिवार गणेश विसर्जन
बहते देखते रहना होगा दूध का शिवलिंगों पर
और दुत्कारे जाते बच्चे देखते चुप रहना होगा
राह जाते चढ़ाना होगा शनिदेव को चढ़ावा
बालिवध देखते हुए जोर से बोलना होगा
जय श्री राम
जुए में हर धर्म हारे हुए को भी पुकारना होगा धर्मराज
वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 50