एक अंतिम फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजना चाहता हूं गांधी को उनसे इनबाक्स में बतियाना चाहता हूं घण्टों उनसे बस बतियाना चाहता हूं आज के दौर में क्योंकि पूरा देश बतियाना चाहता है गांधी से
वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 44