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मुसलमान से नफरत करो
माई बाप का हुक्म है
मुसलमान से नफरत करो

हम करेंगे हुजूर
हम कर रहे हैं हुजुर
हुक्म की तामील करेंगे माईबाप
नहीं पूछेंगे कि क्यो करें नफरत
'क्यो'शब्द माईबाप की शान में नहीं बोला जाता हुजूर

हमने 'क्यों' तब भी नहीं बोला
जब आपने कहा बौद्धों से नफरत करो
हमने की ना
लूटा, जलाया, भगाया
क्या-क्या ना किया,
एक दिन चुपके से आपने कहा
बुद्ध विष्णु के अवतार हैं
हमने ना पूछा
कि विष्णु पुत्र तो भाई थे हमारे
अपने ही धर्मभाईयों से नफरत का हुक्म क्‍यों

आपने कहा
शूद्र से नफरत करो
हमने की हुजूर
भर-भर नफरत की
बस्तियां जलाई

वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 25