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यह बताते हुए
कि मनुष्य देह नहीं आत्मा है
उस मुल्क की मति पर देह का लावण्य हावी है
ओर साँसों से सडांध रिस रही है

हद है ना कान्हा
कि गीता वाले तुम्हारे इस मुल्क में
लड़की को देह बचाने के लिए
युद्ध लड़ने पड़ते हैं

24 वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ