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सुंदर स्त्रियां


प्रेम कथाएं
नी के सौंदर्य प्रतिमान खड़े करती
जरूरी बताती है
स्त्री का सुन्दर होना
गोकि
प्रेम की जरूरी योग्यता है
लडकी का सुन्दर होना

फिल्म पटकथाएं इन्हीं प्रेम कहानियों की
अपच हैं

प्रेम के ग्रन्थ
जब प्रेम लिख रहे होते हैं
तब भी वे
दैहिक सुंदरता के वर्णन में मशगूल रहते हैं

ताजमहल की नींव में
कुछ सिसकियां लेते पत्थर दबे हैं
वे कुरूप नहीं हैं जो नींव में चले गए
उम्र दराज होती स्त्री की यह व्यथा यात्रा है
कि वह गुम्बंद नहीं नींव होने लगती है

बादशाहों ने, प्रेमियों ने
प्रेम नहीं किया
सौंदर्य के भ्रम खड़े किए
कि लावण्य देख

 

वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 109