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चाल-चलन


1
चाल अनुवांशिक होती है
और चलन समाज प्रेरित
इस प्रकार एक मनुष्य का
चाल-चलन निर्मित होता है

2
कुछ मनुष्य
चाल में अभिनय मिला लेते हैं

उनकी सामाजिकता में भी
भरपूर अभिनय होता है

ऐसे मनुष्य
चाल-बाज होते हैं
और चलन में रहते हैं

3
चाल-चलन
मनुष्य में मनुष्यता का मापक नहीं
सामाजिकता का मापक हे
मनुष्यता और सामाजिकता
एक जैसे दिखने वाले
दो अलग रास्ते हैं

अच्छे-चाल चलन वाले लोग
अक्सर, बदकार, मनुष्य पाए गए!

 

वीरेंदर भाटिया : चयनित कविताएँ 102