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कमना ३६ लटके कहती, अर्थ पूछती हैं । वाजपेयीजी अर्थ जानते हैं या नहीं, नहीं मालूम ; जवाब नहीं देते ; न मेंपकर झेपते हैं । “कहाँ तक पढ़े हैं आप ?" "कुछ तिरिया-चरित्तर भी सीखा है." "आपकी बहन का नाम ?" उत्तर को प्रतीक्षा के बिना प्रश्न होते रहे। वाजपेयीजी के क्षुद्र घट में एक साथ इतना आदि- रस नहीं' अट सका । जी उकताने लगा। उधर, वाजपेयीजी का वैसा भरा-पूरा मुँह देखक रसका सागर उमड़ता गया। छिपने के इरादे उठकर वह बाहर की तरफ चले, तो कमला से कुछ छोटी रिश्ते की उसकी एक बहन ने फुर्ती से हाथ पकड़- कर कहा-'लो, मेरे पान तो अभी आपने खाए ही नहीं; मैं आपकी बहन लगती हूँ (खुलकर हँसी)। देखिए, दीदी और श्राप एक हैं। दीदी की मा आपकी मा हैं, तो दीदी की बहन ?" "आपकी बहन हुई" तीन-चार सहेलियाँ हँसती हुई एक साथ कह उठी । वाजपेयी जी ने पान ले लिए, लजाए हुए बाहर चले गए। (२) कमला रामपुर रहती है, छोटा भाई उन्नाव अँगरेजी स्कूल में पढ़ता है। पिता का देहांत हो गया है। पिता पंडित रामेश्वर- जी त्रिपाठी, अहमदाबाद में कपड़े की दूकान करते थे। इसी कुछ धन एकत्र कर लिया था। कमला कभी-कभी माता के साथ अहमदाबाद जाया करती थी। शिक्षा हिंदी की मिलती थी। पर मराठी और गुजराती बालिकाओं में रहने के कारण उन