माणिक्य दिये तब राजा (पृथ्वीराज चौहान) ने सुलह कर और शांति स्थापित कर गजनवै (गौरी शाह शहाबुद्दीन) को पहिना ओढ़ाकर उसके घर भेज दिया (रू० १६)