पृष्ठ:रामचरितमानस.pdf/८५२

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सटीक रामचरितमानस समुद्रोलचन जिमि अमोघ रघुपति कर बाना । तेही भाँति चला हनुमाना। पृष्ठ ७८२ बेलवेडियर प्रेस, प्रयाग।