पोकर्ण ब्राह्मण-जैसलमेर मे इस नाम के ब्राह्मणों की एक जाति है। इनकी संख्या लगभग दो हजार होगी। मारवाड और बीकानेर में भी पोकर्ण ब्राह्मण रहते थे। ये लोग खेती करते थे और पशु पालते थे। इन लोगों ने पुष्कर में जाकर वहाँ की झील को खोदने का काम किया था। उस समय से ये लोग पोकर्ण ब्राह्मण के स्थान पर पुष्कर ब्राह्मण कहे जाने लगे। जैसलमेर राज्य मे जाटों के सिवा दूसरी अनेक जातियाँ रहती थीं, जिनका विस्तार के साथ वर्णन आगामी मरुभूमि के परिच्छेद मे किया गया है। अन्य राज्यो की तरह यहाँ के जाट भी खेती का काम करते थे। जैसलमेर की मरुभूमि में वहाँ के राजा का एक दुर्ग है, जो दो सौ पचास फीट ऊँचे शिखर पर बना हुआ है। उस दुर्ग के चारों तरफ एक बहुत मजबूत दीवार का घेरा है। दुर्ग में चार विशाल द्वार है। परन्तु उस दुर्ग मे तोपखाने नहीं है। दुर्ग के उत्तर की तरफ राजधानी है और सम्पूर्ण राजधानी तीन मील लम्बी एक ऊँची दीवार से घिरी हुई है। उसमें तीन बड़े द्वार और दो छोटे दरवाजे है। राजधानी मे व्यवसायियो के कुछ अच्छे मकान थे। परन्तु साधारण घरों और झोपड़ियों की संख्या अधिक है। राजा और उसके परिवार के रहने के लिए एक वैभवशाली महल भी है। सामन्तों के साथ अच्छा व्यवहार होने के दिनो मे आवश्यकता के समय राजा पाँच हजार पैदल और एक हजार अश्वारोही सेना का प्रबन्ध कर सकता था। लेकिन अप्रिय व्यवहारों और अत्याचार के दिनों में जैसा कि रावल मूलराज के समय से प्रधानमंत्री ने कर रखा था- राज्य की रक्षा के लिए इससे आधी सेना का प्रबन्ध हो सकना भी सन्देहपूर्ण मालूम होता है। जैसलमेर का इतिहास अब समाप्त हो रहा है। इसके अंत मे पाठकों की जानकारी के लिए राज्य की जनसंख्या दी गयी है। यह जनसंख्या सन् 1815 ईसवी के अनुसार है। इसके पहले राज्य की जनसंख्या अधिक रही होगी, यह बात आसानी के साथ कही जा सकती है। क्योंकि राजनीतिक पतन के साथ-साथ जनसंख्या का लगातार कम होना स्वाभाविक होता है। इसके अतिरिक्त प्रधानमंत्री के अत्याचारों से राज्य की जनसंख्या भयानक रूप से कम हो गयी थी। कुल जनसख्या की तालिका मे जो दो सौ पच्चीस गाँवों की जनसंख्या शामिल की गयी है। उसमे छोटे-से छोटे गाँवो की जनसंख्या भी शामिल है। इनमें कुछ गाँव तो ऐसे हैं कि उनमें घरों की संख्या चार से अधिक नही है। उनमे रहने वालो को भी राज्य की इस जनसंख्या में जोड लिया गया है। जैसलमेर राज्य की जनसंख्या की तालिका नगर शासन घर जनसंख्या विशेष विवरण राजधानी 7000 35000 जैसलमेर बीकमपुर सेरूरो सामन्त शासन 500 2000 24 ग्राम पृथक् निवासी केलण भट्टी रायलोत सामन्त शासन 300 1200 नचना सामन्त शासन 400 1600 सामन्त 64
पृष्ठ:राजस्ठान का इतिहास भाग 2.djvu/७०
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।