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११४ Like the care-burthen'd honey fly That hides his murmurs in the rose My earthly comforter ! whose love, So Indefeasible might be That, when my spirit won above Hers could not stay for sympathy मैं सुदरता को मूर्ति नहीं चाहता हूँ। मैं चाहता हूँ कि ऐसा कोमल हृदय हो, ऐसी दृढ़ अविचल बुद्धि हो, जो स्पृहणीय हो । लोभ में भी मैं जिस पर विश्वास कर सकूँ, परंतु दोषनिरूपण से जिसका सबंध न हो । जिससे मैं अपने गुप्त दु.खों की बातें कह सकू और जिससे मेरी समस्त चिंता और सारा संताप दूर हो जावे । ऐसी ही नायिका यह कह सकती है- Were | as high as heaven above the plain, And you, my Love, as humble and as low As are the deepest bottoms of Whereso'er you were, with you my love should go यदि मैं मैदान के ऊपर के आकाश की तरह ऊँची होती और तुम, मेरे प्यारे, सब से गम्भीर समुद्र तल की तरह नीचे पड़े होते, तो जहॉ- जहाँ तुम रहते, तुम्हारे सग वहीं-वहों मेरा प्रेम रहता । मध्याधीरा वह है जो आगत अपराधी पति का भी सम्मान करे, जिसके रूखेपन में भी स्निग्धता हो। क्या कालेरिज को निम्नलिखित नायिका ऐसी ही नहीं है? But now her looks are coy and cold, To mine they ne'er reply, And yet I cease not to behold, The love-light in the main, her eye :