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अशुद्धि-संशोधन।
- भूमिका।
पृष्ठ | पंक्ति | अशुद्ध | शुद्ध | पृष्ठ | पंक्ति | अशुद्ध | शुद्ध |
१४ | १९ | उर्दू में | उर्दू और | १३८ | २ | परिणाम | परिमाण |
३५ | ७ | सिद्ध | सिद्धि | १४१ | ३३ | गई, | गईं। |
अनुवाद। | १४२ | ९ | को | को, | |||
२६ | २३ | माण्डलीक | माण्डलिक | १४५ | ५ | दाम | दान |
३२ | १ | शैया | शय्या | १५१ | १ | हुए, | हुए |
३२ | ३१ | क़ैद कर | क़ैद का | १५६ | १७ | रंहा | रहा |
३६ | १७ | न वे बन्द होती हैं, न खुलती हैं | वे बन्द नहीं होतीं | १५६ | १७ | क्षत्रियों के | क्षत्रियों को |
१६२ | २१ | पहने | पहनने | ||||
१७३ | २ | पैरों और | और | ||||
६१ | १३ | सिद्ध कर सका | सिद्ध न कर सका | १९९ | २१ | दया की पात्र | दया का पात्र |
७३ | २३ | प्राप्ति | प्राप्त | २०३ | २४ | अभिनन्द | अभिनन्दन |
७५ | १ | लगों | लगी | २१७ | १३ | उल्लङ्घन न करके | उल्लङ्घन करके |
७७ | २३ | लोग | लोक | २१८ | ८ | तरह कर | तरह |
८९ | १६ | लगती थीं | लगती थी | २२० | २० | तरह, | तरह |
९२ | १८ | भोज-नरेश ते | भोज-नरेश ने | २४४ | २१ | मिरोड़ | मरोड़ |
१३१ | ३३ | बूँद | कण | २५६ | १९ | कभी, कभी | कभी कभी |