पृष्ठ:रक्षा बंधन.djvu/१५१

यह पृष्ठ प्रमाणित है।
-१४२-
 

डाक्टर---अगर यह हिटलर की जगह स्टालिन का नाम लेने लगे तो फिर कोई हर्ज नहीं।

दूसरी नर्स---परन्तु यह अपने होश में थोड़ा है।

डाक्टर----होश में हो या न हो-फ्यूहरर का नाम लेने का इसे कोई हक नहीं-यह तो बगावत है।

पहली---तो फिर क्या किया जाय डाक्टर।

डाक्टर---कोशिश करो कि स्टालिन का नाम लेने लगे।

( डाक्टर जाता है )

[कुछ देर में सैनिक फिर बकने लगता है]

सैनिक---हिटलर को पकड़ लाओ! अभी मेरे सामने लाओ।

नर्स---स्टालिन का नाम लो स्टिफिन्सन। क्या स्टालिन को पक- ड़वा कर तुम्हारे सामने लाया जाय?

सैनिक---स्टालिन! कौन स्टालिन! उसने क्या किया। नहीं मैं किसी स्टालिन-विस्टालिन को नहीं जानता। मैं फ्यूहरा को चाहता हूं हिटलर को--वही हमारी सब दुर्गति का कारण है। देखो मेरे हाथ की उंगलियाँ गल कर गिर गई हैं।

दूसरी नर्स---हिटलर का नाम मत लो स्टिफिन्सन!

सैनिक---क्यों न लूं---क्या मैं उससे डरता हूँ। जो मौत से नहीं डरता वह किसी से नहीं डरता। हिटलर को लाओ हिटलर को।

(डाक्टर का कमरा)

डाक्टर--तो वह बकना बन्द नहीं करता?

नर्स---नहीं डाक्टर! हमने उससे स्टालिन का नाम लेने को कहा, परन्तु वह नहीं माना फ्यूहरर का ही नाम ले रहा है।

डाक्टर---( मेज पर घूसा मार कर ) और उसके आस-पास पड़े हुए सैनिक उसकी यह बकवास सुन रहे हैं।

नर्स चुप खड़ी रही।

डाक्टर---तब तो इसे खत्म करना पड़ेगा।