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श्रीयुत परमपूज्य महात्मा हंसराजजी भूतपूर्व प्रिंसिपल डी०ए० वी० कॉलेज के कर-कमलों में श्रीयुत लाला लाजपतरायजी लिखित कृष्णचरित (उर्दू भाषा) का हिन्दी अनुवाद सादर समर्पित करता हूँ। जिस भाँति आप सदा से राष्ट्रभाषा हिन्दी के परम हितैषी रहे हैं, उसी भाँति इस भेंट को भी सानुग्रह स्वीकृत कीजिएगा।
आपका कृपापात्र
हरद्वारीसिंह