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असहयोग आन्दोलन

असहयोग के कार्यक्रम को कांग्रेस की स्वीकृति मिल गई। इससे असहयाग आन्दोलन को नया प्रोत्साहन मिल गया। असहयोग का कार्यक्रम निर्धारित करनेके लिये कलकत्ता में ही एक सब कमेटी बनाई गई। उस कमेटीने अपनी रिपोर्ट उपस्थित की। उसपर विचार करनेके लिये अक्तूबर २ को अखिल भारत वर्षोय कांग्रेस कमेटीकी बैठक हुई और तदनु. सार पूर्ण विवरण प्रकाशित किया गया। पर लोगोंको इस चातको आशङ्का बनी रही कि नागपूरमें वार्षिक अधिवेशनके अवसर पर कांग्रेस इस प्रस्तावको अवश्य रद्द कर देगी। इधर महात्मा गान्धीने अपना दौग जारी किया और नगर नगर भ्रमण कर प्रचार करने लगे। इस अव- सर पर जनताने जो उत्साह प्रगट किया वह अक- थनीय था।


नागपुर कांग्रेस

धीरे धीरे दिसम्बर मास आ पहुचा और कांग्रेसका साधारण वार्षिक अधिवेशन नागपूर में उपस्थित हुआ। इस अधिवेशनके सभापति मद्रासके श्रीयुत विजयराघव आचारियर थे। इस वर्ष कांग्रेसने अपने ध्येयमें निम्नलिखित परिवर्तन किया :- कांग्रेसका ध्येय सभी शान्तमय तथा उचित तरीकों द्वारा भारतके लिये पूर्ण स्वराज्य प्राप्त करना