माहबसे बातें न कर चुका होता तो ऐसे विषय पर जो
धर्म से इतना अधिक सम्बन्ध रखता है, बातें करने का साहस
न करता। पर उन्होंने मुझे विश्वास दिलाया कि कुरान-
शरीफ में सत्याग्रह के लिये काफी प्रमाण मौजूद हैं। वे कुरान की
इस व्याख्या से सहमत हैं कि खास स्वास मौकों पर उद्दण्डता
करने की आज्ञा तो दी गई है, पर अल्लाह को उद्दण्डता की
अपेक्षा आत्मसंयम अधिक पसन्द है। यही प्रेम का नियम है,
और यही सत्याग्रह है। उद्दण्डता मनुष्य की कमजोरी है और
क्षमा-योग्य बात है, सत्याग्रह उसका कर्तव्य है। व्यावहारिक
दृष्टि से देखने पर भी यह मालूम कर सकना नितान्त सरल है
कि उद्दण्डता मे कोई लाभ नहीं होता, वरन बहुत कुछ हानि ही
होती है। जैसा कि हम अहमदाबाद और बोरमगाम में देख
चुके हैं। इसके सिवा इस बात को सचाई का परिचय आपको
आगामी रविवार का भी मिल जायगा। मैंने उस दिन के लिये
यह सम्मति दी है कि लोग व्रत रखें, प्रार्थना करें और मत्या-
ग्रही हड़ताल मनावें। मैं आशा करता हूं कि आप सब इस
मान, शोक और प्रतिवाद-प्रदर्शक बड़े जलूस में शामिल होंगे।
मान-प्रदर्शक यह एक अङ्गरेज के लिये हैं जिसने श्रद्धापूर्वक बड़ी
अच्छी तरह भारत की सेवा की है, शोक-प्रदर्शक इस बात के लिये
कि उसे देश से निकाल दिया गया है और प्रतिवाद प्रदर्शक इस
लिये कि सरकार का यह कार्य अनुचित है। यह दुःख हम सबके
लिये बराबर है, और मुझे आशा है कि आप लोग इस जलूम में
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खिलाफत