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पंजाबकी दुर्घटना
लोग आवश्यक समझते हैं तो पार्लिमेण्टके पास प्रार्थना पत्र भेजें पर यदि पार्लिमेण्ट हमलोगोंकी प्रार्थनाओंपर विचार नहीं करती और यदि हम अपना राष्ट्रीय अस्तित्व बनाये रखना चाहते हैं तथा उसका हमारे हृदयोंमें कुछ भी मान है तो हमें उस सरकारके साथ निश्चय ही असहयोग कर देना चाहिये।