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'सत्याग्रह आन्दोलन

होनी चाहिये कि नहीं। हमारा उत्तर है कि नहीं। यह सप्ताह उन लोगोंके लिये सत्याग्रह सप्ताह है जिन्हें सत्य और अहिंसा पर दृढ़ विश्वास है। छठी अप्रेल की हड़ताल को 'सत्याग्रह की हड़ताल' की उपमा इसलिये देते हैं कि सत्याग्रह आन्दोलन का सूत्रपात करने के लिये यह पथ प्रदर्शक थी। यद्यपि यह हड़ताल आपसे आप हुई थी पर उस दिन लोगो को गाड़ियो का इस्तेमाल आदि करने से लिये रोक कर वाह्य प्रेरणा का कलंक इस पर अवश्य लगाया गया। इसलिये इस तपस्या और आत्मनिग्रह के सप्ताह में हड़ताल नहीं होनी चाहिये। इसके अतिरिक्त हड़तालों का मूल्य भी इस तरह घट जायगा। इसका प्रयोग अत्यन्त आवश्यकता पड़ने पर ही होना चाहिये।

हमें पूरी आशा और भरोसा है कि प्रत्येक दल प्राणपण से चेष्टा करेंगे कि यह राष्ट्रीय सप्ताह पूर्ण समारोह के साथ मनाया जाय और राष्ट्रीय जागृति मे यह सच्ची ज्योति को प्रज्वलित करता रहे।