समर्पण
परम श्रद्धास्पद
श्रीयुक्त राजा शिवप्रसाद बहादुर, सी० एस० आई०
के
चरण कमलों में
केवल उन्हीं के उत्साहदान से
उनके
वात्सल्यभाजन छात्र द्वारा बना हुआ
यह ग्रन्थ
सादर समर्पित हुआ