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मिश्रबंधु

सं० १९८८ उत्तर नूतन ६४ 2 जन्म-काल-सं. १९६७ रचना-काल-सं0 18EET ग्रंथ-स्फुट रचना। विवरण-इस समय श्राप विन्टोरिया-कॉलेज से बी० ए० परीक्षा देंगे। कविता करने की भी रुचि है। उदाहरण- पानी पत से निराला है तेरा अंचल, अरे भारत के रंगस्थल ! सुम्हारे अंतर में सुंदर देश के कितने वीर अमर ! गुंजाते हैं निज शंख-स्वर । रुधिर-पूरित है अंतस्तल, अरे भारत के रंगस्थल ! श्रार्य-जा का उत्थान-पतन, प्रकृति पट पर का परिवर्तन, गा रहा है तेरा मपाकरण । छा रहा है प्रताप उज्ज्वल, अरे भारत के रंगस्थत ! बनाकर कैसा अंतर्तम दीन भारत को ऐ निर्मम ! पराभव देते रहे विषम । सबल को कर नितांत निर्वल, अरे भारत के रंगस्थल ! नाम-(४५६८) गिरीशचंद्र पंत 'अनंग', लखनऊ- निवासी। जन्म-काल-लगभग सं० १९७०। रचनाकाल-सं० १९८ विवरण-प्रसिद्ध कवि सुमित्रानंदन पंत के भतीजे । खड़ी बोली के होनहार कवि । नाम---( ४५६१) गौरीशंकर श्लोमा 'मित्र', छावनी मुरार- ग्वालियर। !