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मिश्रबंधु

मिनबंधु-विनोद सं० १९७२ (४) नोक-झोंक, (१) महाशय भड़ामसिंह शर्मा, (६) दुमदार श्रादमी, (७) गड़बड़झाला, (2) मिस्टर 'लतखोरीलाल, (१) स्वामी चौखटानंद, (१०) मीठी हँसी, (११) गंगा-जमनी, (१२) कुर्सी मैन, (१३) मार-मारकर हकीम, (१४) आँखों में धूल, (११) हवाई डाक्टर, (१६) नाक में दम, (१७) जवानी बनाम बुढ़ापा, (१८) रंग बेढब, (१६) धोखाधड़ी, (२०) घदौलत-सीट, (२१) चड्ढा गुलखेरू, ( २२ ) काठ का उल्लू, (२३) प्राणनाथ । विवरण--यह गोंडे के प्रसिद्ध वकील हास्य-रस के अच्छे लेखक हैं। फिर भी इतना कहना पड़ता है कि इनका हास्य सब कहीं ऊँचे दर्जे का नहीं है। नाम-( ३६७२ ) नर्मदाप्रसाद बी० ए०, जबलपुर। जन्म-काज- -लगभग सं० १९४७ विवरण—यह हितकारिणी के उप-संपादक तथा 'श्रीशारदा' पत्रिका के संपादक रह चुके हैं। इन्होंने हिंदी साहित्य-सम्मेलन से विशारद तथा कलकत्ते से साहित्य-शास्त्री की पदवियाँ पाई हैं। नाम-( ३६७३) लोचनप्रसाद पांडेय । जन्म-काल---प्रायः सं० ११४- ग्रंथ--(१) दो मित्र, (२) प्रवासी, (३) नीति-कविता आदि छोटे-मोटे ११ ग्रंथ । विवरण-~~यह बालपुर, जि० बिलासपुर-निवासी हैं। आपने कई गद्य एवं खड़ी बोली में अनेक पद्य-ग्रंथ रचे हैं। श्राप एक होनहार लेखक हैं । आपने कविता-कुसुममाला में कई वर्तमान कवियों की रचनाओं का संग्रह किया तथा देश-भक्ति पर भी अच्छी कविता नाम--(३६७४) व्रजरनदास, काशी।