पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/७९

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१०१० मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-फुटकर कविता। नाम-(१७५६ ) सुर्जन। ग्रंथ-बत्तीसतरी। नाम-( १७५६ ) सूरकिशोर । ग्रंथ-छप्पय । [ ० ० रि०] नाम-(१७५७ ) सूरसिंह । ग्रंथ---भजन । नाम-(१७५७) सेमजी। ग्रंथ सेमजी की चेतावनी (खोज १९०२)। नाम-( १७५८) सेवकराम परमहंस । ग्रंथ-(१) परमहंसजी की वाणी, (२) मूलना। नाम-(१७५९) सेवादास । देखो नं० (६२) ग्रंथ-(१) सेवादास की वाणी (पृ० २४४), (२) परब्रह्म की बारामासी, (३) परमार्थरमैनी। [प्र. त्रै० रि०] विवरण-कड़ा-मानिकपूरवासी मलूकंदास के शिष्य । नाम-(१७६०) सोमदेव । ग्रंथ-फुटकर कविता। नाम-(१७६१) सोहनलाल । ग्रंथ-व्रजगोपिका-विनय । [ द्वि० ० रि०] विवरण-माथुर चौबे । नाम-~( १७६२ ) संग्रामदास । ग्रंथ--संग्रामदासजी की फुटकर कुंडलिया । नाम-(१७६३) संतोष वैद्य । ग्रंथ---विषनाशन [प्र० ० रि०] नाम-(१७६४) स्कंद गिरि ।