पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/७२

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अज्ञात कालिक प्रकरण २००३ नाम-(१६९६)रूप। विवरण-साधारण श्रेणी। नाम-(१६९७) रूपमंजरी। ग्रंथ-अष्टयाम । [ द्वि० ० रि०] विवरण-चैतन्य महाप्रभु के अनुयायी वा सखीसंप्रदाय के थे । नाम-(१६९८) रूपसखी वैष्णव । ग्रंथ-होरी । [प्र. ० रि० ] नाम-(१६९९) रंगखानि । विवरण- इन्होंने कोई ग्रंथ बनाया है, पर उसका नाम याद नहीं। . नाम-(१७००) लक्ष्मण । अंथ-निर्वाणरमैनी। [प्र. ० रि०] विवरण-कबीरपंथी मालूम होते हैं। नाम-(१७०१ ) कृष्णशरण साधु, अयोध्या। ग्रंथ-रामलीलाविहारनाटक (पृ. २७० गद्य पद्य)। नाम-(१७०३) लक्ष्मणशरण । ग्रंथ-रामनीलाविहारनाटक [ द्वि० ० रि०] विवरण-अयोध्या के महंत थे। नाम-(१७०२) लक्ष्मी। नाम-( १७०३) लक्ष्मीनारायण, ग्राम भयहरनगर (विसस्ता ___ नदी के तीर) सारस्वत ब्रामण । देखो नं (३६ ) ग्रंथ-(१) विद्यार्थी बाललीला (पृ. ६ पद्य), (२) गोरचाशतक (पृ. ३६ पद्य)। नाम-( १७०४ ) लक्ष्मीप्रसाद कायस्थ, कड़ा जिला इलाहाबाद।