पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/६८

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अज्ञात-कालिक प्रकरण ९३३ ___ ग्रंथ-फुटकर कवित्त । नाम-(१६६३) रसनेश । ग्रंथ---फुटकर वित्त । नाम-(१६६४) रसिकनाथ ब्राह्मण । ग्रंथ-रसिफशिरोमणि। नाम-(१६६५) रसिक प्रवीन । ग्रंथ-फुटकर कवित्त। नाम-(१६६५) रसिकमुकुंद । ग्रंथ-श्रष्टका । [तृ० ० रि०] विवरण-गोस्वामी विठ्ठलदास के शिष्य राधावल्लभी वैष्णव थे। नाम-(१६६५ ) रसिकलाल । ग्रंथ--चौरासी की टीका । [त. त्रै० रि०] विवरण-राधावल्लभी थे। नाम-(१६६६) राघवजन । ग्रंथ--रामायण । [ द्वि० ०रि०] विवरण-अयोध्या के महंत । नाम-(१६६७ ) किशोरीलाल कायस्थ राजा, घनश्यामपूर जिला जौनपूर । देखो नं० १३७१ ग्रंथ-जुगुलशतक (पृ. ४८ पद्य)।[द्वि० त्रै० रि.] विवरण-पिता का नाम अयोध्याप्रसाद था। नाम-(१६६८) राजा मुसाहब, विजावरवाले । ग्रंथ-(१) विनयपत्रिका पर टीका, (२) रसराज पर टीका । नाम-(१६६८ ) राजेंद्रप्रसाद । ग्रंथदानलीला । [प्र. ० रि०] नाम-(१६६६ ) राधिकाप्रसाद कायस्थ, विजावर ।