पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/६५

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मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-करीमा भाषा पद्य। विवरण-फारसी के दो-दो पद्यों के अनंतर हिंदी का एक-एक दोहा मन प्रसन्नकारक बनाया है। नाम-(१६३८) मुनि, ब्राह्मण फतेहपुर। ग्रंथ-राम-रावण का युद्ध । सीताराम विवेक। [ द्वि० ० रि०] नाम-(१६३९) मुनिलाल । इनका ठीक नंबर अब नाम-(१६४०) मुनी। ग्रंथ-फुटकर कविता। नाम-( १६४१ ) मुरलीदास साधु । ग्रंथ-फुटकर भजन। नाम-(१६४१ ) मुरलीधर । ग्रंथ-श्रीसाहिबजी की कविता । [प्र० ० रि० ] विवरण-प्रनामी संप्रदाय के थे। नाम-(१६४२) मुरलीराम साधु । ग्रंथ-(१)चितावनी सारबोध, (२) साखियाँ ज्ञान ब्रह्म को अंग। नाम-(१६४३ ) मुरलीराम । ग्रंथ-महाराज मुरलीराम जीरा पद । [खोज १६०२] नाम-(१६४३ ) मुरली सखी। ग्रंथ-भावनाशतक। विवरण-राधावल्लभी। नाम-(१६४४) मुरारोदास साधु । ग्रंथ-फुटकर भजन-कीर्तन ।। नाम-( १६४५) मूरतिराम । अंध-साधा श्रीमूरतिराम जीरा पद । [खोज १६०२ ]