पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/५६

यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

अज्ञात-कालिक प्रकरण ९८७ नाम-(२५७२ ) बानी। ग्रंथ-भूपालभूषण। विवरण-उनियारा जयपूर के गकुर भूपालसिंह के यहाँ थे। नाम-(१५७३) बाबासाहब, नेपाल । ग्रंथ-(१) उपदंशारि (४० ७० गय), (२) अमृतसंजीवनी (पृष्ठ ४६ गय), (३) ज्वरचिकित्साप्रकरण (४० २५२ गय), (४) स्त्रीरोगचिकित्सा (पृ० १४७ गय)। विवरण-वैद्यक विषय आपने कहा है। नाम-(१५७४ ) बाबू भट्ट । नाम-(१५७५) बालकदास साधु । ग्रंथ-(१) फुटकर भजन, (२) सुदामाचरित्र (ग्रंथ-काल अज्ञात । ग्रंथ का लेखन काल १३३ A. D.) सामुद्रिक । विवरण-कदम के शिष्य । [प्र. ० रि०] नाम-(१५७६) बालकृष्णदासजी साधु । ग्रंथ-राजप्रशस्ति का उल्था । विवरण-ये विष्णुस्वामी-संप्रदाय के वैष्णव थे। नाम-(१५७७ ) बालगोविंद कायस्थ, इलाहाबाद । ग्रंथ-श्रीश्रानंदलहरी। विवरण--जिज्ञा जौनपुर के मौजे परशुरामपुर में जमींदारी। इनकी प्राचीन जागीर थी। नाम-( १५७८) बालचंद जैन । देखो नं० (६) अंथ-~-रामसीताचरित्र । नाम-(१५७८) बालसनेहीदास । अंथसहज मानलीला । [४० त्रै० रि०]