पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/५१

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BE२ मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-बारहमासी [प्र. त्रै० रि०] विवरण-बुंदेलखंडी बोली। नाम-(१५३३) पदुमदास । इनका बनाया हुआ "काव्य-मंजरी" नाम का एक छोटा-सा ग्रंथ है। नाम-(११३३ ) पधान। "शालिहोत्र" ग्रंथ बनाया नाम-( १५३४) पनजी चारण, मारवाड़ । ग्रंथ--फुटकर गीत, कवित्त । नाम-(१५३४) परवत धर्मार्द्ध । ग्रंथ-समाधितंत्र । [च० ० रि०] नाम-(१५३५ ) परमल्ल, शंकर के पुत्र । ग्रंथ- श्रीपालचरित्र । नाम-(१५३६ ) परमानंद भट्ट । ग्रंथसूदनचरित्र । नाम-(१५३७) परशुराम महाराजा । इनका ठीक ___ नं. (३१६) है। ग्रंथ-(१) हरियशभजन, (२) बालनचरित्र, (३) महा- राजा परसरामजी की बानी, (४) नखशिख (१)खोज १९०३ (२) खोज १६०३ नाम-(१५३८) परागीलाल कायस्थ । ग्रंथ-भवानीस्तोत्र । नाम-(१५३९) परिपूर्णदास । ग्रंथ-तिरजा (साखी हिंडोला श्रादि का गद्यानुवाद है )[द्वि० त्रै० रि.]