पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/४१७

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जितना ० ० ० ०००० पंक्ति अशुद्ध १०३६ १२ नरहरि नरहरिवंशी किसी १०३६ २६ निकाल दो और १०४० १३ जिता १०४२ १ कलंक कलंकन . १०४२ नदी १०४३ १ तरु तरुरे १०४५ ६ प्रयदास प्रियादास १०४६ २३ विलास बिलास १०४८ २१ काठियावाड़ के काठियावाड़ १०४६ १३ छपाया • छपा २३ गारसंग्रह श्रृंगारसंग्रह २६ (द्वजराज कवि) (द्विजराजकषि) १०६५ २१ स्यश्रंगार . रसभंगार १०७० १५ मध्य माध्य १०७१ देखो नं. (१७०६) १०७३ १०७६ ११ गिरिनारा गिरिनारी .. १०८३ १७ देखो नं० (१२) १०१२ २५ देलखंड बुंदेलखंड २०१४५ मदांध मदंध १९ अजवेश द्वितीय भाट श्रमबेश द्वितीय भाट देखो नं0 (5 ) ११३१ १३ भयाध्या अयोध्या : ११४६ १६ भा ११४. देखो नं. (१६) भी