पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/३७९

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मिश्रबंधु-विनोद ग्रंथ-सभातरंग। जन्मकाल-१६१९ | नाम-( २५२६) चौधरी रघुनंदनप्रसादसिंह, धर्मभूषण। ग्रंथ-(१) साधनसंग्रह दो भाग, (२) उपासनाप्रकाश, (३) अहिंसातत्व । जन्मकाल-१६२४ विवरण-श्राप मुहम्मदपूर सुस्ताग्रामवासी चौधरी रामअनुग्रह सिंहजी के पुत्र हैं। श्राप बड़े धार्मिक पुरुप हैं तथा रचना भी आपने इसी विषय पर की है। नाम-(२५२६) रामनाथ । ग्रंथ-भक्ति-विषयक लावनियाँ । जन्मकाल-१९१४ । विवरण-श्राप सरदार किशोरीसिंह के पुत्र तथा कवर्धा-राज्य मध्यप्रदेश के दरबारी कवि थे । नाम-( २५२६ ) रामप्रताप मिश्र (उपनाम प्रताप )। ग्रंथ-(१)वर्षाबहार, (२) रघुवरबालचरित्र । रचनाकाल-१९४४। जन्मकाल-~-१९२४॥ विवरण-श्राप पं० शीतलादीन मिश्र के पुत्र तथा डुमरियागंज, बस्ती में पोस्टमास्टर थे। उदाहरण- दास की ओर उठाय के कोर कृपा करि जानकीनाथ तकीजै; सोक के सिंधु में बूडत हौं गहि बाँह उबारि प्रभो मोहिं लीजै। होहिं मनोरथ सिद्ध सदा दशरथ के लाल यही बर दीजै ; सेवक आपनो जानि प्रताप को नाथ दया करि दुःख हरीजै। नाम-(२५२७) शिवशंकर शर्मा काव्यतीर्थे ।