पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/३७६

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वर्तमान प्रकरण जन्मकान-१९२३ । विवरण-आप इतिहास और पुरातत्व के प्रसिद्ध विद्वान् है। आप कुछ पद्य-रचना भी करते हैं। श्राप राय देवीप्रसाद 'पूर्ण' के सहपाठी एवं मित्र हैं। श्राप काशी-नागरी- प्रचारिणी सभा के सभापति रहे हैं। उदाहरण- एक घड़ी श्राधी घड़ी आधी ते पुनि श्राधि; कीन्हें संगति कवित की उपजत कविता व्याधि । श्रादि गुप्त कलचूरि पडिहार ; चंदेला गोहिल्ल विहार । तुगलक लोदी गोंड मुगल ; बुंदेला मरहठ्ठा दल्ल ! डेढ़ सहस बरसे किय भोग ; तब गोरन को आयो योग । समय संवत् १९४४ नाम-( २५०७) श्रमानसिंह कायस्थ, देवरा छतरपूर। जन्मकाल-१६१६ । वर्तमान । नाम-(२५०८) कृष्णराम ब्राह्मण, जयपुर। ग्रंथ-सारशतक। विवरण-ये संस्कृत की भी कविता करते हैं। नाम-(२५०९) कृपाराम शर्मा, जगरावा, जिला लुधियाना। ग्रंथ--(1) कर्मव्यवस्था, (२) न्यायदर्शन भापा, (३) सांख्यदर्शन भापा, (४) वैशेषिकदर्शन भाषा। जन्मकाल-१९१४। नाम-(२५१० ) गजराजसिंह ठाकुर, खरिहानी, जिला बारहबंकी। ग्रंथ-(1) अलंकारादर्श, (२) व्यंग्यार्थविनोद, (३) षट्- ऋतुविनोद, (४) काव्यादर्शसंग्रहही