पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/३७१

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मिश्रबंधु-विनोद (पद्य), (७) ग्रियर्सन साहब की विदाई (पथ ), (८) देशी खेल दो भागों में (गद्य)। जन्मकाल-१९१६। विवरण-कविता उत्तम है। आजकल आप कलकत्ते में काम करते थे नाम-(२४६ ) लक्ष्मीचंद । ग्रंथ-मोरध्वज नाटल। [पं० ० रि०] __ समय संवत् १९४२ नाम-(२४९४ ) कन्हैयादास ( कान्ह ), वृंदावन । ग्रंथ-छंदपयोनिधि (भाषा) (पिंगल)। . जन्मकाल-१९१७ । . नाम-(२४६४) पं० रामरत्न सनाढ्य 'रतनेश' । ग्रंथ-(१) सनाढ्यवंशावली, (२) लक्षणा व्यंजना गद्य- . पद्यात्मक । जन्मकाल-१९१८ । विवरण-आप उरई-निवासी पं० गिरिधरलालजी के पुत्र हैं। आप संस्कृत-ज्योतिष के विद्वान् तथा ब्रजभाषा के योग्य कवि है। उदाहरण- • कोऊ कवि राहु के प्रहार को बतावै घाव, कोड कहे विष को बसायो जानि मेली है; कोऊ शश शावक बतावै कोऊ छोनी छाँह, कोक छिन् द्वारा तम नीलसा ढकेली है। रतनेश श्यामता निहार के निशेश बीच, जाको जैसी रुचि तैसी सुषमा सकेली है ;