पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/३६८

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वर्तमान प्रकरण उदाहरा- नवल शिकारी नवन सर, नवल शरासन तून ; नवनी सावज रूपअलि, होस नवल निस खून । खंजन' उदि झप चूड़िगे, मृगमद तजिगे दूर अलिन नलिन कलिरूपनलि, लखि सियपिय चख नूर । दयादृष्टि गकोरधन विभव दृष्टि धन बुंद ; सूखत शाली पालिए मनहु सुदाम मुकुंद । नाम--(२४७६) राधेलाल कायस्थ, राजगढ़, बुंदेलखंड । जन्मकाल-१९१३ । नाम-(२४७७) रामनारायण कायस्थ, अयोध्या। ग्रंथ-(१) स्फुट छंद, (२) पट्ऋतुवर्णन। [द्वि० ० रि०] विवरण-महाराजा मानसिंह के मंत्री । साधारण श्रेणी। नाम--(२४७८ ) रामलाल स्वामी, बिजावर। ग्रंथ-(१)अमरकंटकचरित्र (१९५३), (२) भवानीजी की स्तुति, (३) महावीरजू को तीसा,(४) रामसागर (राम- विलास) (१९४३), (५) श्रीब्रह्मसागर (१९५४), . (६) श्रीकृष्णप्रकाश (१९४४)।[प्र. ० रि०] विवरण---राजा भानुप्रकाश बिजावर के गुरु थे। नाम-(२४७९) रामेश्वरदयाल कायस्थ, सरैयाँ, जिला गाजीपूर । 'ग्रंथ-चित्रगुप्तचरित्र। जन्मकान-१९१४॥ मृत्युकाल-१९१६ ॥ नाम-(२४८० ) लालसिंह ( उपनाम रसिकेंद्र) . मुक्काम धूरडोंग, राज्य रीवाँ ।