पृष्ठ:मिश्रबंधु-विनोद ३.pdf/२३०

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१६ परिवर्तन-प्रकरण मध्यपुरी राजे विपुल साधु संत गाजे तामें,

  • धाम छवि छाजे हुक्म रानी बलेश्वर की ,

गादी है वजार बंस कायस्थ वजीरापुर, . . तामह हरिसेवक खास किंकर परमेश्वर की। नाम--(२१४४) खान । कविताकाल-१९२५ के पूर्व । विवरण-~-साधारण श्रेणी। नाम-(२१४५ ) हनुमानदास। ग्रंथ-गातमाला। कविताकाल-१९२५ के पूर्व । नाम-(२१४६) कमलाकांत वकील, गोरखपूर । अंथ---हालाविहार। जन्मकाल---१६००। कावताकाल-१९२५ वर्तमान। .. नाम-(२१४७) कमलेश्वरकायस्थ,मंदरा, जिलागाजीपूर। ग्रंथ-(1) सत्यनारायण, (२) स्फुट । कविताकाल-१९२५ । मृत्यु १६६८/ नाम-(२०४५) कालिदास चारण । कविताकाल-१९२५। विवरण-मूली काठियावाड़ के निवासी तथा राजा यशवंत- सिह के यहाँ थे । इनकी कविता वीररस-पूर्ण है। नाम-(२१४५ ) केसरीसिंह । । कविताकाल-१९२६॥ विवरण---ध्रोल-निवासी भूपसिंह के पुत्र थे । पालीताने में भी रहे।